यह माह मार्च का है ओर दसक बाद इस माह में इतनी बर्फवारी स्थानीय लोगो द्वारा देखी गयी । चकराता की ऊँची चोटियों पर बर्फवारी की सम्वाना देखते हुये प्रयटको के लिए यह सूचना सुभ साबित होती दिख रही है । परन्तु यह स्थानीय लोगो के लिए मुसीबत की तरह कहर बरपा रही है । लोग बरसात चलते घर से बहार नहीं निकल रहे । वंही कास्तकारों का मानना है की बारी बरसात एवं बर्फ़बारी आने वाली फसलों लिये सही नहीं है ।