कहना मेरे बाप से धीरज रखना आप ।
तेरे बेटे ने किया नही जुल्म या पाप ।।
नही किसी की चोरी की थी ऐसा था मैं रंक नही ।
मरता हूँ मेैं देश धर्म पर कुल को दिया कलंक नही ।।
बातो का अब वक्त न मेरे नेता की तुम जय कह दो ।
भारत नहीं गुलाम रहेगा इतना तो तुम बिन भय कह दो ।।
फांसी का अब समय हुआ फिर जै-जै हिन्द पुकार कहो ।
मेरे भाई बहनो को तुम जाकर मेरा प्यार कहो ।।
हाँ जब लाश जलाओ मेरी इतना भूल न जाना जी ।
उस पर कपडा खद्दर रखना नही विदेशी लाना जी ।।
लेखक : पं० शिव राम